अयोध्या। राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज की स्थापना के बाद पाकिस्तान बौखला गया है, इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन के बाद जहां देशभर में माहौल उत्साहपूर्ण रहा, वहीं पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताते हुए भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अपने यहां अल्पसंख्यकों के शोषण, बलात्कार और हत्याओं पर चुप्पी साध लेने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विवादित बयान दिया है, मंत्रालय ने इस कदम को भारत के अल्पसंख्यक और मुस्लिम सांस्कृतिक विरासत को खतरा बताया है, और जारी बयान में कहा गया कि यह कदम भारत में अल्पसंख्यकों पर पहले से मौजूद दबाव और असहिष्णुता को बढ़ाता है।
पाकिस्तान ने कहा:
यह भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव के एक बड़े पैटर्न और हिंदुत्व की सोच के असर में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जानबूझकर खत्म करने की कोशिशों को दिखाता है।
पाकिस्तान के इस बयान पर विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक राजनीतिक प्रतिक्रिया है, जबकि भारत में धार्मिक गतिविधियाँ देश के कानून और परंपराओं के अनुसार संचालित होती हैं। हालांकि, पाकिस्तान के आरोपों ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर बहस को हवा दे दी है।





