
भगवान जगन्नाथ मठ में आएंगे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, अमृत सरोवर का करेंगे लोकार्पण :
महराजगंज, 11 जुलाई — महराजगंज जनपद के सिसवा विकास खंड अंतर्गत ग्रामसभा बड़हरा महंथ स्थित प्राचीन भगवान जगन्नाथ मठ में 12 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला का आगमन प्रस्तावित है, इस अवसर पर मठ परिसर और आसपास की साफ-सफाई सहित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
मठ के उत्तराधिकारी बृजेश रामानुज दास ने बताया कि राज्यपाल का आगमन शाम 4 बजे होगा और वे लगभग ढाई घंटे मठ में रहेंगे, अपने दौरे के दौरान राज्यपाल सबसे पहले भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना करेंगे, तत्पश्चात वे भगवान जगन्नाथ स्वामी इंटरमीडिएट कॉलेज और मनरेगा योजना से निर्मित अमृत सरोवर का लोकार्पण करेंगे।

वर्षों पुराना है भगवान जगन्नाथ मठ :
वर्ष 1786 में स्थापित यह मठ न केवल महराजगंज बल्कि नेपाल और आसपास के क्षेत्रों में भी श्रद्धा का केंद्र है, मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है, कहा जाता है कि उड़ीसा के जगन्नाथपुरी से वैष्णव संत रामानुज दास नेपाल जाते समय यहां रुके थे, रात्रि में भगवान जगन्नाथ ने उन्हें स्वप्न में दर्शन देकर इस स्थल पर निवास करने का आदेश दिया, तत्पश्चात संत रामानुज ने यहां मंदिर की स्थापना की।
झूलनोत्सव और रथ यात्रा विशेष आकर्षण :
मठ में वर्ष भर कई धार्मिक पर्व मनाए जाते हैं, जिनमें झूलनोत्सव और रथ यात्रा का विशेष महत्त्व है, श्रावण शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक चलने वाला झूलनोत्सव भव्यता और भक्तों की भीड़ के लिए प्रसिद्ध है, वहीं, आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है, जिसमें उनकी बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र भी रथ पर विराजमान रहते हैं — ठीक उड़ीसा के पुरी की परंपरा की तरह।
मंदिर के वर्तमान आठवें महंत संकर्षण रामानुज दास के अनुसार, स्कंद पुराण में वर्णित है कि भगवान जगन्नाथ के दर्शन से पुनर्जन्म से मुक्ति मिलती है, मंदिर में सात भव्य द्वार — वैष्णवद्वार से लेकर सुदर्शन द्वार तक — भक्तों के स्वागत हेतु निर्मित किए गए हैं।
कुछ तस्वीरें भगवान जगन्नाथ मठ की —



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