
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को कन्नौज में सपा नेता सुनील कुमार गुप्ता के यहां आयोजित एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासनिक व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा।
लाल टोपी पर तंज :
अखिलेश यादव ने कहा, “लाल टोपी उनके लिए उपयोगी है जिनके सिर पर बाल नहीं हैं,”इस तंज को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा माना जा रहा है, उन्होंने आगे कहा कि सरकार के अधिकतर लोग ट्रांसफर-पोस्टिंग से ही कमाई कर रहे हैं, आज ऐसा कोई विभाग नहीं बचा जहां भारी लूट न हो रही हो।

सरकार में आपसी कलह :
सपा प्रमुख ने कहा कि “प्रदेश में सीएम से डिप्टी सीएम, मंत्री से अधिकारी और मंत्री से मंत्री आपस में लड़ रहे हैं, यह सरकार चल नहीं रही, टकरा रही है, पहले इंजन टकरा रहे थे, अब डब्बे भी टकरा रहे हैं।”
स्कूल मर्जर के फैसले का विरोध :
अखिलेश ने प्रदेश सरकार के स्कूल मर्ज करने के फैसले पर विरोध जताते हुए कहा कि इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी, उन्होंने कहा, “यदि स्कूल दूर हो जाएंगे तो बच्चों को कैसे पढ़ने जाना होगा? सरकार क्या उनके लिए सार्वजनिक परिवहन देगी? हमारी बेटियां कैसे जाएंगी?”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर सरकारी नौकरियों की संख्या घटा रही है, “सरकारी नौकरी नहीं देना मतलब आरक्षण खत्म करना, और सरकार यही चाहती है।”

बीजेपी पर सड़क और भ्रष्टाचार को लेकर कटाक्ष :
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में कभी सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हुई, उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कुछ बीजेपी नेताओं को अगर नाश्ता न मिले तो वे सड़क उखाड़ने निकल पड़ते हैं, लोग डामर खुद ही उठा ले जा रहे हैं, कन्नौज में भी ऐसा ही कुछ हुआ है।
स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा पर सवाल :
स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि “बगल के जिले में डीएम और सीएमओ आपस में भिड़े हुए हैं और बीजेपी विधायक भी उस झगड़े में शामिल हो गए, हरदोई में बिजली नहीं है, मेडिकल कॉलेज में मरीज पंखा झल रहे हैं। ICU में बिजली न होने से डायलिसिस के बीच एक मरीज की मौत हो गई, उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर तक नहीं हो रहे और अंदरूनी हालात खराब हैं।
कानून व्यवस्था पर तीखा हमला :
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर अखिलेश ने कहा, “अब तो पुलिस ही पुलिस को पकड़ रही है, कोई अगर एफआईआर दर्ज कराने जाए तो उसे पीट-पीटकर मार दिया जाता है, पुलिसकर्मी खुद वसूली करते हुए पकड़े जा रहे हैं, कानून-व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है।
अखिलेश यादव के इस पूरे संबोधन में उन्होंने सरकार की नीतियों, प्रशासनिक विफलताओं और आम जनता की समस्याओं को लेकर बीजेपी पर करारा प्रहार किया।