
लखनऊ को मिलेगी देश की पहली नाइट सफारी, कुकरैल रिवर फ्रंट पर काम जारी, 1510 करोड़ की परियोजना :
लखनऊ — उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देश की पहली नाइट सफारी और एडवेंचर पार्क की स्थापना की जा रही है, यह परियोजना कुकरैल वन क्षेत्र में विकसित की जाएगी, ‘कुकरैल नाइट सफारी और एडवेंचर पार्क’ नामक यह प्रोजेक्ट करीब 1,510 करोड़ रुपए की लागत से दो चरणों में पूरा किया जाएगा, सरकार ने इसे सिंगापुर की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई है, हालांकि, तीन साल बीत जाने के बावजूद अब तक प्रोजेक्ट का कार्य सिर्फ कागजों तक सीमित है।
कुकरैल की कुछ तस्वीरें देखे :

क्या है प्रोजेक्ट की स्थिति?
- वर्ष 2022में योगी सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की थी।
- अब तक तीन उच्चस्तरीय बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन टेंडर प्रक्रिया तक शुरू नहीं हो सकी है।
- ग्राउंड पर अभी तक न सड़क बनी है, न बाउंड्रीवॉल, और न ही किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य शुरू हुआ है।
- फिलहाल केवल डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) और सलाहकार एजेंसी की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है।
- कुकरैल नदी के किनारों पर पुनरुद्धार (रीस्टोरेशन) का कार्य जरूर शुरू किया गया है, जो भविष्य के रिवर फ्रंट का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठक कर चुकें हैं, LDA अधिकारियों के साथ
क्या है नाइट सफारी प्रोजेक्ट का प्लान?
कुल क्षेत्रफल : 2027.46 हेक्टेयर में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में से
- 350 एकड़ में नाइट सफारी
- 150 एकड़ में नया प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर)
- शिफ्ट किया जाएगा : लखनऊ का नवाब वाजिद अली शाह चिड़ियाघर भी यहीं स्थानांतरित किया जाएगा।

मुख्य विशेषताएं :
- टाइगर, लेपर्ड, भालू आदि वन्यजीवों को रात में प्राकृतिक वातावरण में देख सकने की सुविधा।
- सफारी में 72% क्षेत्र हरित रहेगा।
- सौर ऊर्जा का उपयोग
- इको-टूरिज्म ज़ोन, जिसमें कैफेटेरिया, 7-डी थिएटर, ऑडिटोरियम, पार्किंग और एडवेंचर जोन होंगे।
कब और क्या हुआ अब तक?
16 अगस्त 2022 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक में परियोजना को मंजूरी।
15 मई 2023 : केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) से अनुमति मिली।
3 फरवरी 2025 : व्यय वित्त समिति ने प्रोजेक्ट बजट को अंतिम मंजूरी दी।
परियोजना के लिए अब तक 4 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं, पहले चरण में नाइट सफारी और उससे जुड़ा आधारभूत ढांचा तैयार करने के लिए 631 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं।
ब्लूप्रिंट: दो चरणों में निर्माण कार्य :
- पहला चरण :
- नाइट सफारी
- एडवेंचर पार्क
- बाड़े
- गाइडेड टूर व्यवस्था
- इको-टूरिज्म ज़ोन
- दूसरा चरण :
- चिड़ियाघर का निर्माण
- इको-टूरिज्म सुविधाओं का विस्तार
टूरिज्म एक्सपर्ट्स की राय :
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट लखनऊ ही नहीं, पूरे उत्तर भारत के लिए बड़ा पर्यटन हॉटस्पॉट बन सकता है, यह रोजगार, पर्यटन और पर्यावरणीय शिक्षा के लिहाज से भी अहम होगा, सरकार को चाहिए कि वह इसकी प्रगति में तेजी लाए और जमीनी कार्य तत्काल शुरू कराए।