
महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के परतावल छातीराम पांडेय टोला निवासी आनंद कुमार पांडेय का एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, उसने महोबा जिले की महिला शिक्षिका आनंद कुमारी के नाम पर जारी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर साल 2016 में सिसवा ब्लॉक के हरखपुरा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक की नौकरी पा ली थी, इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश एसटीएफ की रिपोर्ट से हुआ, रिपोर्ट के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय ने आरोपी को बर्खास्त करते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।
महिला के नाम पर नौकरी, एसटीएफ से हुआ खुलासा :-
जांच में सामने आया कि आनंद कुमार पांडेय ने जो टीईटी प्रमाणपत्र वर्ष 2013 में लगाया था, वह वास्तव में महोबा जिले की पिछड़ी जाति की महिला आनंद कुमारी का था, प्रमाणपत्र का अनुक्रमांक नंबर मिलाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।
इसके अलावा शिक्षक ने बीएड की जगह डीएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) का प्रमाणपत्र भी लगाया था, संदेह होने पर विभाग ने नोटिस भेजा, लेकिन आनंद का जवाब असंतोषजनक रहा। इसके बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया और कोठीभार थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
महीने से फरार, भाजपा नेता की शरण में जाकर रच रहा था साजिश :-
जानकारी के अनुसार, आनंद पांडेय पिछले छह महीने से स्कूल से गायब था और फरार चल रहा था, इस बीच उसने खुद को बचाने के लिए एक भाजपा नेता का साथ पकड़ लिया और कई सरकारी व सामाजिक कार्यक्रमों में उनके साथ मंच साझा किया।
हाल ही में उसने नवागत जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक से मिलकर फोटो खिंचवाया, जिसे उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, यह उसकी छवि चमकाने और खुद को राजनीतिक संरक्षण में दिखाने की रणनीति मानी जा रही है।
पत्रकार बनकर लोगों पर दिखाता था धौंस :-
चर्चा है कि आनंद कुमार पांडेय ने खुद को एक प्रतिष्ठित अखबार का पत्रकार बताकर लोगों और अधिकारियों पर दबाव बनाने की भी कोशिश की, वह सोचता था कि पत्रकार की आड़ में वह प्रशासनिक कार्रवाई से बच निकलेगा, लेकिन एसटीएफ की सख्त जांच और प्रमाणपत्र सत्यापन से उसकी सारी चालें नाकाम हो गई।