
महराजगंज में प्राथमिक स्कूल बंद करने के फैसले का विरोध तेज, समाजवादी शिक्षक सभा ने सौंपा ज्ञापन :
जनांदोलन की चेतावनी, चार सूत्रीय मांगें रखीं –
महराजगंज ; प्रदेश सरकार द्वारा 5000 से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के फैसले के खिलाफ समाजवादी शिक्षक सभा ने मोर्चा खोल दिया है, संगठन ने इस निर्णय को शिक्षा के अधिकार और सामाजिक न्याय के खिलाफ बताते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ. शेषनाथ कनौजिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए इस निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की, शिक्षक सभा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह निर्णय वापस नहीं लिया, तो प्रदेशव्यापी जनांदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन में उठाई गई मुख्य मांगें :
- प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का निर्णय तत्काल रद्द किया जाए।
- हर गांव में कम से कम एक प्राथमिक विद्यालय की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए।
- शिक्षा के बजट में वृद्धि की जाए और शिक्षक भर्ती प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए।
- इस निर्णय की न्यायिक और संवैधानिक जांच कराई जाए।
शिक्षक सभा का कहना है कि यह निर्णय संविधान के अनुच्छेद 21A (शिक्षा का अधिकार) का उल्लंघन है और इससे ग्रामीण, पिछड़े, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, ग्रामीण क्षेत्रों में पहले से ही शिक्षा संसाधनों की भारी कमी है और विद्यालयों का बंद होना सामाजिक असमानता को और बढ़ावा देगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव, बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण पटेल, जिला उपाध्यक्ष प्रणय गौतम, अमरनाथ यादव, सुनील त्रिपाठी, आलोक रंजन दुबे, कैलाश रसिया, कुंवर यज्ञदत्त पासवान, सतीश यादव, तेज बहादुर वर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।