नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस 2025 के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय समारोह की अध्यक्षता की।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि, भारत में हाल के वर्षों में लगभग 25 करोड़ लोगों का गरीबी रेखा से बाहर आना आर्थिक न्याय के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है। हमारे संविधान में सामाजिक न्याय को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है, और इसी आदर्श के अनुरूप समावेशी एवं संतुलित विकास के व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में संविधान में निहित सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के महत्व पर जोर दिया, और कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय प्रगति और लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है।







