
“जीवन में इतने अनोखे अनुभव आए, लेकिन ‘मरे हुए लोगों’ के साथ चाय पीने का मौका कभी नहीं मिला—इस खास अनुभव के लिए, धन्यवाद चुनाव आयोग!”
राहुल गांधी (सोशल मीडिया पोस्ट, 13 अगस्त 2025)
राहुल गांधी ने 13 अगस्त 2025 को सोशल मीडिया पर (X पर) एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने बिहार के सात जीवित व्यक्तियों से चाय पी—जिनके नाम “मृत” घोषित कर मतदाता सूची से हटा दिए गए थे।
बिहार की राघोपुर विधानसभा सीट से सात ऐसी महिलाएँ और पुरुष दिल्ली में राहुल गांधी से मिले, जिनका नाम “मृत” बताकर मतदाता सूची से हटा दिया गया था, जबकि वे जिंदा हैं। ये व्यक्ति बताते हैं कि उन्हें यह तब पता चला जब चुनाव आयोग ने 65 लाख नामों की “ड्राफ्ट सूची” जारी की
एक व्यक्ति ने बताया, “कम से कम एक पंचायत में 50 अन्य ऐसे लोग हैं, जिन्हें जिंदा होने पर भी ‘मृत’ घोषित कर दिया गया।” कांग्रेस ने उसे राजनीतिक हेराफेरी करार दिया
राहुल गांधी ने इस सन्दर्भ में कहा कि ये “मतदाताओं की चोरी” (vote chori) है, और जल्द ही “वोट अधिकार यात्रा” शुरू होने वाली है—जिसकी शुरुआत 17 अगस्त से बिहार में की जा रही
विरोधी पक्ष इसे चुनाव आयोग और सरकार की मिलीभगत करार दे रहा है, जबकि आयोग ने अभी तक इन आरोपों को खारिज किया है