
सपा मुखिया को संविधान पर भरोसा नहीं, हमेशा करते हैं उल्लंघन – डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का हमला :
लखनऊ | 24 जुलाई 2025
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है, उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी को संविधान पर कोई भरोसा नहीं है और वे बार-बार संविधान का उल्लंघन करते आए हैं।
ब्रजेश पाठक ने यह बयान उस समय दिया जब मीडिया ने उनसे अखिलेश यादव की उस बैठक पर सवाल किया, जो उन्होंने हाल ही में संसद के पास स्थित एक मस्जिद में सपा सांसदों के साथ की थी। इस बैठक को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
डिप्टी सीएम ने कहा :
“अखिलेश यादव ने संसद जैसे लोकतांत्रिक संस्थान के सामने एक धार्मिक स्थल को राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनाकर संविधान की मूल भावना को ठेस पहुंचाई है, ये वही अखिलेश यादव हैं, जो हर मंच से संविधान की बात करते हैं, लेकिन जब भी मौका मिलता है, वे उसकी धज्जियाँ उड़ाने से नहीं चूकते।”
पाठक ने आगे कहा कि संविधान के तहत राजनीति और धर्म को अलग रखा गया है, लेकिन सपा जैसी पार्टियां जानबूझकर दोनों को मिलाने की कोशिश करती हैं ताकि तुष्टीकरण की राजनीति कर सकें, उन्होंने कहा कि सपा के सांसदों की मस्जिद में बैठक सिर्फ धार्मिक भावनाओं को भड़काने और सियासी लाभ लेने की साजिश थी।
डिप्टी सीएम ने यह भी जोड़ा कि :
“यह देश संविधान से चलता है, किसी एक पार्टी की धार्मिक रणनीति से नहीं, संसद के आसपास ऐसी राजनीतिक गतिविधियाँ करना न केवल असंवैधानिक है बल्कि यह एक खतरनाक परंपरा की शुरुआत है।”
सपा की प्रतिक्रिया :
हालांकि, समाजवादी पार्टी की तरफ से अब तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के करीबी सूत्रों का कहना है कि यह बैठक किसी रणनीति पर नहीं बल्कि आपसी विचार-विमर्श के लिए थी और इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
यह मुद्दा सियासी तौर पर गरमा गया है और भाजपा इसे तुष्टीकरण की राजनीति से जोड़कर सपा को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल इस बयान को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक अधिकारों में हस्तक्षेप मान रहे हैं।
सियासत में धार्मिक स्थलों के इस्तेमाल पर बहस कोई नई नहीं है, लेकिन संसद जैसी संवैधानिक संस्था के पास ऐसी गतिविधियों को लेकर अब सवाल और गहरे होते जा रहे हैं।