
ASP की पत्नी की दर्दनाक कहानी, तानों से टूटी मां ने बेटे का गला दबाने की कोशिश के बाद की आत्महत्या, CCTV से हुआ खुलासा :
लखनऊ – एडिशनल एसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह ने आत्महत्या से पहले अपने ऑटिज्म पीड़ित बेटे की हत्या का प्रयास किया था। बेटे की दिव्यांगता को लेकर सुनाए गए तानों और घरेलू प्रताड़ना ने नितेश को इस कदर तोड़ दिया था कि उन्होंने पहले बेटे की जान लेने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहीं। अगले दिन उन्होंने खुदकुशी कर ली।

ASP की पत्नी, तकिया लेकर बच्चे का मुंह दबाने की कोशिश

जब तकिये से मुंह नहीं दबा पाई तो, अपने दोनो हाथों से बच्चें का गला दबाने की कोशिश

काफी देर तक गर्दन दबने पर बच्चा छटपटाने लगा, और कुछ खुद को छुड़ाने का प्रयास करने लगा
यह चौंकाने वाला खुलासा नितेश के भाई ने पहले किया था, लेकिन अब एक CCTV फुटेज सामने आया है, जिसने इस दावे को सच साबित कर दिया। फुटेज में नितेश अपने बेटे के चेहरे पर तकिया रखती नजर आती हैं। बच्चा जब खुद को बचाने की कोशिश करता है, तो वह उसके गले को दोनों हाथों से दबाने लगती हैं। बच्चा छटपटाता है, लेकिन 10 सेकेंड बाद खुद को छुड़ाने में सफल रहता है और घबराकर अपना मुंह ढक लेता है।
आत्महत्या से पहले की झकझोर देने वाली घटनाएं :
यह घटना 29 जुलाई की है, जब नितेश ने अपने 12 वर्षीय बेटे की हत्या की कोशिश की, अगले दिन, 30 जुलाई को लखनऊ पुलिस लाइन स्थित ट्रांजिट हॉस्टल में उन्होंने आत्महत्या कर ली। माना जा रहा है कि घटना के बाद पति-पत्नी में कहासुनी हुई थी।
ASP मुकेश प्रताप सिंह ने घर में CCTV कैमरे लगवा रखे थे और फोन से परिवार की गतिविधियों पर नजर रखते थे। 29 जुलाई के फुटेज में दिखी घटना के बाद दोनों के बीच विवाद हुआ था।

ASP मुकेश प्रताप सिंह और उनकी पत्नी नितेश सिंह (तस्वीर)
लंबे समय से मानसिक अवसाद में थीं नितेश :
परिजनों के अनुसार नितेश काफी समय से डिप्रेशन में थीं, बेटे की देखभाल और पारिवारिक तनाव ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया था। वह एक मनोचिकित्सक से इलाज करवा रही थीं। नितेश के भाई प्रमोद कुमार ने आरोप लगाया कि मुकेश मानसिक प्रताड़ना देते थे। उनका एक विवाहित महिला अफसर से अवैध संबंध था, जिसे लेकर नितेश पूरी तरह टूट चुकी थीं।
प्रमोद ने कहा कि एक बार बहन ने ASP को अश्लील चैट करते रंगे हाथ पकड़ लिया था। तभी से वह बहन को प्रताड़ित करने लगे। ASP अक्सर कहते थे—”दिव्यांग बच्चा पैदा किया है, अब तुम ही पालो।” यही बातें नितेश के अवसाद की वजह बनीं।
साजिश या आत्महत्या? जांच की मांग तेज :
नितेश के भाई ने आरोप लगाया कि मुकेश ने जानबूझकर घर में कैमरे लगवाए ताकि किसी भी स्थिति में खुद को निर्दोष साबित कर सकें। फिलहाल कॉल डिटेल्स, चैट और फुटेज की जांच की मांग की जा रही है। पुलिस ने बताया कि सबसे पहले घटना की जानकारी खुद ASP मुकेश ने दी थी।
राजनीतिक और प्रशासनिक पृष्ठभूमि :
नितेश सिंह फिरोजाबाद के नगला करन सिंह से पूर्व विधायक राकेश बाबू की बेटी थीं, जो बसपा से विधायक रहे और अब भाजपा में हैं। वहीं ASP मुकेश प्रताप सिंह मूलरूप से इटावा के भरथना तहसील के निवासी हैं। वे कोरोना काल में औरैया के बिधूना सर्किल में CO के पद पर तैनात थे, बाद में बरेली ट्रैफिक एसपी बने और फिलहाल लखनऊ CBCID में ASP के पद पर कार्यरत हैं।