
महराजगंज में गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में विभाजन की दर्दनाक यादों को ताज़ा करने के लिए भव्य कैंडल मार्च का आयोजन हुआ। यह मार्च छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा से शुरू होकर कलेक्ट्रेट सभागार तक पहुंचा, जहां विभाजन की पीड़ा और इतिहास को संजोए कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई।
मार्च में जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना, मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। कलेक्ट्रेट परिसर में विभाजन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी लगाई गई, जहां उपस्थित लोगों ने मोमबत्ती जलाकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद सभागार में विभाजन की त्रासदी को जीवंत कर देने वाली लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ, जिसने सभी को भावुक कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में अधिकारियों ने छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। मोमबत्तियां और प्लेकार्ड थामे प्रतिभागियों ने एक स्वर में प्रतिज्ञा ली कि देश में कभी भी विभाजन जैसी दुखद घटना दोबारा नहीं दोहराई जाएगी।
जिलाधिकारी ने मीडिया से कहा— “स्वतंत्रता प्राप्ति के समय विभाजन से लाखों परिवार उजड़ गए थे, और यह कार्यक्रम उन स्मृतियों को संरक्षित रखने का प्रयास है।” इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी बी. एन. कन्नौजिया और पीडी राम दरश चौधरी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

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