
महराजगंज, रविवार — जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया, जिसमें उमसभरी गर्मी और मौसमी रोगों से प्रभावित बड़ी संख्या में मरीजों ने उपचार के लिए सहभागिता की।
मेले के दौरान खांसी, बुखार, दमा, सर्दी-जुकाम, टाइफाइड, मलेरिया, गैस, चर्म रोग व अन्य त्वचा संबंधी रोगों के मरीजों की उपस्थिति विशेष रूप से देखी गई। प्रातः 11 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौक पर डॉ. रामस्वरूप मरीजों का उपचार करते नजर आए।
दिनेश कुमार अपने छह वर्षीय पुत्र के साथ मेले में पहुंचे। बच्चे को सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत थी। डॉ. रामस्वरूप ने प्राथमिक दवाएं देते हुए खून की जांच के उपरांत पुनः परामर्श की सलाह दी।
शकुंतला भारती ने शिकायत की कि उनके शरीर पर लाल चकत्ते उभर आए हैं। डॉक्टर ने उन्हें जिला अस्पताल में चर्म रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने हेतु निर्देशित किया।
दोपहर 12:15 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बजही पर डॉ. कालिंदी सिंह मरीजों का उपचार कर रही थीं। यहां इलाज हेतु पहुंची सुनीता देवी ने बताया कि अत्यधिक गर्मी के चलते उन्हें बुखार, सिरदर्द एवं कमरदर्द की समस्या हो रही है। डॉक्टर ने आवश्यक दवाएं प्रदान कर स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल में दिखाने की सलाह दी। इसी केंद्र पर दिवाकर ने बताया कि वह टाइफाइड से पीड़ित हैं, किंतु डॉक्टरों द्वारा सामान्य बुखार की दवाएं दी गईं।
करीब 1:20 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गड़ौरा में डॉ. संदीप कुमार मरीजों का इलाज कर रहे थे। यहां पहुंची अंजली ने बताया कि वह एक सप्ताह से बुखार से परेशान हैं और कई निजी चिकित्सकों से उपचार कराने के बावजूद राहत नहीं मिली है। डॉक्टर ने उन्हें मलेरिया जांच कराने की सलाह दी।
मरीज लाल बहादुर ने बताया कि उन्हें दाद एवं खुजली की शिकायत है। मेले में उन्हें एंटीबायोटिक दवाएं तो दी गईं, परंतु लगाने हेतु क्रीम उपलब्ध नहीं कराई गई।
डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी सिंह ने जानकारी दी कि सभी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है और मरीजों को रोगानुसार दवाओं का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। डॉ. सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कृत पिपरा का निरीक्षण भी किया, जहां डॉ. मनोज मिश्रा मरीजों का उपचार कर रहे थे।