भारतीय निर्वाचन आयोग इस समय देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) SIR की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है। लेकिन इस व्यापक अभियान के बीच राजनीतिक हलकों में लगातार सियासी बवाल मचा हुआ है।
इसी दौरान एक बेहद गंभीर पहलू सामने आया—वर्कलोड और दबाव के कारण कई जगहों से बीएलओ द्वारा आत्महत्या करने जैसी दिल दहला देने वाली घटनाओं की रिपोर्टें आईं, जिसने चुनावी व्यवस्थाओं को लेकर चिंता और बहस दोनों को बढ़ा दिया है।
ऐसे संवेदनशील माहौल में चुनाव आयोग (ECI) ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए SIR अभियान में लगे सभी कर्मचारियों के हित में कदम उठाया है, आयोग ने घोषणा की है कि विशेष गहन पुनरीक्षण में शामिल सभी बीएलओ (Booth Level Officers) और बीएलओ सुपरवाइज़र की सैलरी को दोगुना किया जाएगा।
यह निर्णय ना सिर्फ उनके बढ़ते कार्यभार और जिम्मेदारियों को देखते हुए लिया गया है, बल्कि यह उनके मनोबल को मज़बूत करने और उन्हें सुरक्षित, सम्मानजनक कार्य स्थितियाँ प्रदान करने की दिशा में भी एक अहम कदम माना जा रहा है।
चुनाव आयोग की इस पहल को कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा, उनके तनाव को कम करने और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुचारू व विश्वसनीय बनाए रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।





