
भिटौली में कांग्रेस-भाजपा नेताओं की भिड़ंत से गरमाई सियासत, हुई मार-पीट – पुलिस जांच में जुटी :
महराजगंज, भिटौली, 20 जून – महाराजगंज जिले के भिटौली बाजार में गुरुवार को एक साधारण चाय की दुकान अचानक राजनीतिक जंग का मैदान बन गई, जब कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष शरद कुमार सिंह और भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद रौनियार के बीच कहासुनी ने देखते ही देखते उग्र रूप ले लिया, पहले तीखी बहस और फिर गाली-गलौज के बाद दोनों नेता आपस में भिड़ गए, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
घटना का क्रम – दुकान से लेकर थाने तक :
स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक, दोनों नेता सामान्य चर्चा के दौरान आमने-सामने आ गए, पहले वाद-विवाद हुआ, फिर स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मारपीट शुरू हो गई, दुकान पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को किसी तरह अलग किया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, भिटौली थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया।
विवाद की जड़ – पुरानी रंजिश और राजनीतिक प्रतिस्पर्धा :
सूत्रों के अनुसार, यह टकराव कोई अचानक नहीं था, दोनों नेताओं के बीच एक जमीन को लेकर पुराना विवाद है, इसके साथ ही, भिटौली क्षेत्र की राजनीति में प्रभाव स्थापित करने की होड़ ने इस विवाद को लगातार उकसाया, राजनीतिक समीक्षक मानते हैं कि यह टकराव सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सियासी वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है।
एक-दूसरे पर गंभीर आरोप – पुलिस के सामने तहरीर :
घटना के बाद भाजपा नेता ठाकुर प्रसाद रौनियार ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता शरद कुमार सिंह ने न सिर्फ उन पर हमला किया, बल्कि गोली मारने की धमकी भी दी, पुलिस ने उनकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है।
उधर, कांग्रेस नेता शरद कुमार सिंह ने भी भाजपा नेता पर हमला शुरू करने का आरोप लगाया और थाने में लिखित शिकायत दी, लेकिन उनका दावा है कि उनकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, इस पर थानाध्यक्ष मदन मोहन मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है, यदि मिलती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की जांच जारी – क्षेत्र में सियासी हलचल :
भिटौली की इस घटना के बाद इलाके में राजनीतिक गर्मी महसूस की जा रही है, पुलिस का कहना है कि वह निष्पक्ष जांच कर रही है और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, इलाके के वरिष्ठ अधिकारियों को भी स्थिति की जानकारी दे दी गई है।
पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से बचने को कहा है, फिलहाल चाय की दुकान जहां यह झगड़ा हुआ था, वहां सन्नाटा पसरा हुआ है, और आसपास के व्यापारी व स्थानीय लोग इस घटना को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
क्या कहती है सियासी जमीन?
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल इस मामले को अपने-अपने नजरिए से जनता के बीच ले जाने की तैयारी कर रहे हैं, एक ओर भाजपा इसे विपक्ष की बौखलाहट बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे सत्ता पक्ष द्वारा विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कह रही है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह विवाद भविष्य में भिटौली और आसपास की राजनीति को प्रभावित कर सकता है, खासकर पंचायत और नगर निकाय चुनाव जैसे अवसरों पर, आने वाले दिनों में यह मामला और गरमाएगा या सुलझेगा, यह पुलिस की कार्रवाई और दोनों दलों की रणनीति पर निर्भर करेगा।