लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) के शिक्षा संकाय (Faculty of Education) के मुख्य द्वार पर स्थित नाले के ऊपर लगी टूटी हुई लोहे की जाली और अव्यवस्थित रैंप (ढाल) के कारण छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है, लगातार तीन से चार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद, विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर, समाजवादी लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव एवं छात्र नेता अभिषेक श्रीवास्तव ‘बाबू’ ने आंदोलन की चेतावनी दी है।

नाले के उपर लगी हुई टूटी-फूटी लोहे की जाली
लगातार दुर्घटनाएं, ‘मैम’ का टूटा पैर :
श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षा संकाय एक अत्यंत व्यस्त विभाग है, जहां सैकड़ों छात्र, शिक्षक, कर्मचारी, और विशेष रूप से दिव्यांग छात्र प्रतिदिन आते हैं, उन्होंने इस समस्या की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि, “टूटी हुई जाली के कारण अक्सर लोगों का पैर जाकर टूट जाता है। कल ही एक मैम का पैर टूट गया, और आज भी एक शिक्षिका चोटिल हुई हैं।
निर्माण अधीक्षक पर उपेक्षा का आरोप :
छात्र नेता ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के विभागों में, विशेषकर शिक्षा संकाय में, कई तरह की दिक्कतें हैं। टूटी जाली और खराब ढाल को लेकर निर्माण अधीक्षक को कई बार सूचित किया गया, लेकिन “वह सुनने को तैयार नहीं हैं।”
कुलपति से हस्तक्षेप की मांग और आंदोलन की चेतावनी:
समस्या के समाधान में हो रही देरी को देखते हुए, अभिषेक श्रीवास्तव ने सीधे कुलपति महोदया से इस गंभीर विषय पर तत्काल ध्यान देने की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, “अगर यह समस्या जल्द ही सही नहीं होती है, तो आंदोलन किया जाएगा।”
विश्वविद्यालय में छात्र सुरक्षा को लेकर उपजे इस तनाव ने प्रशासन के निर्माण विभाग की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

अभिषेक श्रीवास्तव ‘बाबू’
राष्ट्रीय सचिव समाजवादी लोहिया वाहिनी
छात्र नेता लखनऊ विश्वविद्यालय






