
नाबालिग पहलवान से यौन शोषण मामले में बरी होने के बाद बृजभूषण सिंह पहली बार अयोध्या पहुंचे, एयरपोर्ट पर 1000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया, इसके बाद वे हनुमानगढ़ी पहुंचे और हनुमान जी के दर्शन-पूजन किए।
बृजभूषण बोले- मैंने कहा था कि अगर मेरे ऊपर लगे आरोप साबित हो जाते हैं, तो मैं खुद फांसी पर लटक जाऊंगा, कोर्ट के फैसले ने मेरी उस बात को सही साबित कर दिया, भूपेंद्र हुड्डा 11 बजे तक मुख्यमंत्री बनने वाले थे, लेकिन संत्री भी नहीं बन पाए, आम आदमी पार्टी का तो सत्यानाश हो गया।
मेरा जो भी विरोध करेगा, भगवान उसे दंड देंगे, क्योंकि मैं हनुमान जी का भक्त हूं, जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे थे, वही कभी मुझे ‘कुश्ती का भगवान’ कहते थे, एक गीत मैं उन्हीं लोगों के लिए कहना चाहता हूं- ‘
कभी पास आके वो इतना बता दें, मुझे सता कर क्या मिला…?
अयोध्या में दर्शन-पूजन करने के बाद बृजभूषण गोंडा लौट गए, उनके साथ गाड़ियों का काफिला भी था, गोंडा में वह सबसे पहले नंदिनी नगर स्थित नंदिनी माता मंदिर पहुंचे, माता नंदिनी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया, इस दौरान उन्होंने नाबालिग पहलवान केस में बरी किए जाने पर कहा कि मुझे भरोसा था और न्यायपालिका पर विश्वास था, सच सबके सामने आ गया, षड्यंत्र था, उजागर हुआ वो सारी शक्तियां बेनकाब हो गईं।
दरअसल, सोमवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बृजभूषण सिंह को नाबालिग पहलवान से यौन शोषण मामले में बरी कर केस क्लोज कर दिया, पिछली सुनवाई में नाबालिग अपने बयान से पलट गई थी, जिसके बाद कोर्ट ने ये निर्णय लिया।
नाबालिग ने 1 अगस्त, 2023 को बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान कहा था कि उसने किसी राजनीतिक या भावनात्मक दबाव में आकर ये आरोप लगाए थे, ऐसी कोई घटना नहीं घटी थी, जिसमें वह खुद को पीड़िता मानती हो, इस बयान के बाद कोर्ट ने इसे ‘गंभीर परिवर्तनीय साक्ष्य’ माना था।