
मालेगांव विस्फोट मामले में सभी आरोपियों के बरी होने पर महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे की प्रतिक्रिया :
“मालेगांव विस्फोट मामले में न्यायालय द्वारा सभी सात आरोपियों को बरी किया जाना यह दर्शाता है कि इस केस में प्रस्तुत गवाह और सबूत न्यायिक जांच की कसौटी पर खरे नहीं उतर सके। इस फैसले से स्पष्ट हो गया है कि एक पक्ष विशेष को निशाना बनाते हुए मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया गया था।
कुछ राजनीतिक दलों द्वारा वर्षों तक इस मामले को जिस तरह से प्रचारित किया गया, उससे एक पूरे वर्ग की छवि को नुकसान पहुंचा। दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन दलों की भाषा और रुख कई बार उन शक्तियों से मेल खाते दिखे, जो देश की एकता और अखंडता के विरुद्ध हैं।
आज का फैसला यह भी सिद्ध करता है कि किसी धर्म या प्रतीक को आतंकवाद से जोड़ना उचित नहीं है। आतंकवाद का कोई धर्म या रंग नहीं होता — यह सिर्फ और सिर्फ एक अमानवीय कृत्य है, जिसकी निंदा हर सच्चे भारतीय को करनी चाहिए।
अब समय आ गया है कि हम एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में हर अपराध की जांच निष्पक्षता और तथ्यों के आधार पर करें, न कि राजनीतिक एजेंडे के तहत।”