
व्यापारियों के आर्थिक और मानसिक उत्पीड़न पर फूटा आक्रोश, खाद्य सुरक्षा विभाग की मनमानी रोकने को सौंपा ज्ञापन :
महराजगंज ; मंगलवार को कलक्ट्रेट परिसर में संयुक्त व्यापारी मोर्चा के पदाधिकारियों ने संयोजक पशुपतिनाथ गुप्ता के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए छोटे व्यापारियों के आर्थिक और मानसिक उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। उन्होंने खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि निरीक्षक नियमों की आड़ में छोटे दुकानदारों का शोषण कर रहे हैं।
संयोजक पशुपतिनाथ गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छोटे व्यापारी सीमित पूंजी में छोटी दुकानों के माध्यम से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। ये व्यापारी न सिर्फ खुद जीविका चला रहे हैं, बल्कि 1-2 कर्मचारियों को भी रोजगार उपलब्ध कराते हैं।
उन्होंने कहा कि छोटे दुकानदार बड़े मॉल, मार्ट, होटल या रेस्तरां के मानकों का पालन नहीं कर सकते, लेकिन फिर भी वे ग्राहकों को शुद्ध और ताजा सामान देने का प्रयास करते हैं।
गरीब तबके के ग्राहकों के लिए खुले सामान की बिक्री करना इनकी मजबूरी है, ताकि उनकी पहुंच में आवश्यक वस्तुएं बनी रहें।
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि खाद्य सुरक्षा विभाग के निरीक्षक जांच के दौरान मनमानी करते हैं। नमूने लेते समय शुल्क न देना, रसीद न देना और पैक्ड सामान की जांच में मामूली त्रुटियों पर भारी-भरकम जुर्माना ठोक देना आम बात बन चुकी है। निरीक्षकों पर धौंस दिखाने और व्यापारियों से सीधे संवाद करने से कतराने का भी आरोप लगाया गया।
इस मौके पर रविन्द्र कुमार अग्रहरि, दामोदर गोयल, विनोद कुमार, गोविंद गुप्ता, अशोक मोदनवाल, राधारमण, गणेश प्रसाद, देश बंधु, दीपक सिंह, राममिलन व बद्री विशाल गुप्ता सहित अनेक व्यापारी उपस्थित रहे।