
पहलगाम हमला दोबारा न हो इसके लिए केंद्र सरकार, निर्वाचित सरकार और उपराज्यपाल को मिलकर काम करना चाहिए : जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ।
(एएनआई): जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तीन शक्ति केंद्रों – निर्वाचित सरकार, केंद्र सरकार और उपराज्यपाल कार्यालय – के बीच समन्वय की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों की सुरक्षा वर्तमान में उपराज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा, “तथ्य यह है कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था निर्वाचित सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, यह किसकी जिम्मेदारी है- उपराज्यपाल की… यहां तीन प्रकार के सत्ता केंद्र हैं, जिन्हें समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यहां चीजें सुचारू रूप से चले… मैं पर्यटन को बढ़ावा दे सकता हूं; मैं पर्यटन के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण कर सकता हूं… लेकिन पर्यटकों की सुरक्षा वर्तमान में उपराज्यपाल की शक्तियों के अंतर्गत आती है और यही वह बिंदु है, जिसे मैंने उठाया था कि केंद्र सरकार, निर्वाचित सरकार और राजभवन, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए, मिलकर काम करने की आवश्यकता है कि 22 अप्रैल को जो हुआ, वह फिर न हो ।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक कायराना हमले में आतंकवादियों ने एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोगों की हत्या कर दी थी,यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे।
जम्मू-कश्मीर के सीएम ने घटना की निंदा करने हुए, कश्मीर के लोगों की भी प्रशंसा की, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निंदा राजनेताओं या धार्मिक नेताओं के नेतृत्व में नहीं, बल्कि खुद लोगों की ओर से की गई है। उन्होंने कहा, “पहली बार कश्मीर के लोग हमले की निंदा करने के लिए आगे आए… कोई भी राजनेता, धार्मिक नेता इसका श्रेय नहीं ले सकता, लोग खुद आगे आए, उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की, सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रयास कर रही है, जिसके लिए सरकार खुद यहां बैठकें कर रही है।
क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए अब्दुल्ला ने शिक्षा मंत्री को स्कूलों और कॉलेजों में पिकनिक फिर से शुरू करने और गुलमर्ग और पहलगाम जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की यात्रा को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है, उन्होंने स्थिति पर चर्चा करने और भविष्य की योजना बनाने के लिए बैठकों की अध्यक्षता भी की।
उन्होंने कहा, “22 अप्रैल के बाद सब कुछ बंद कर दिया गया, देश भर से लोग यहां आएं, उससे पहले हमें यहां आना चाहिए। इसलिए- कल पहलगाम में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और आज प्रशासनिक सचिवों और वरिष्ठ विभाग प्रमुखों की बैठक हुई, मैंने शिक्षा मंत्री को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि स्कूलों और कॉलेजों में पिकनिक फिर से शुरू हो और गुलमर्ग और पहलगाम में लोगों की आवाजाही हो ताकि स्थिति सामान्य हो सके ।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने भी जम्मू-कश्मीर का दौरा करने वाले तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं आभारी हूं कि वे आए, उन्होंने हमसे संपर्क किया कि वे यहां आना चाहते हैं, मुझे उम्मीद है कि उनका दौरा हमारे लिए फायदेमंद साबित होगा। (एएनआई)