
सांसद चंद्रशेखर आज़ाद पर यौन उत्पीड़न का आरोप: पीएचडी स्कॉलर रोहिणी घावरी ने महिला आयोग में दर्ज कराई शिकायत :
“कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है, सच सामने आकर रहेगा”-डॉ. रोहिणी


नई दिल्ली/इंदौर, 23 जून 2025— भीम आर्मी के संस्थापक और नगीना (उत्तर प्रदेश) से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है, स्विट्जरलैंड में पीएचडी कर रहीं अनुसूचित जाति की छात्रा डॉ. रोहिणी घावरी ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
आयोग ने सोमवार को शिकायत का संज्ञान लेते हुए प्रक्रिया शुरू कर दी है, वहीं डॉ. रोहिणी ने मीडिया से कहा कि, “कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है, यह लड़ाई मेरे स्वाभिमान और सम्मान की है, पीछे नहीं हटूंगी, सच सामने आकर रहेगा।”

मामला क्या है…?
डॉ. रोहिणी, इंदौर के बीमा अस्पताल में सफाईकर्मी के परिवार से आती हैं, 2019 में वे स्विट्जरलैंड के जिनेवा विश्वविद्यालय में मध्य प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति के तहत उच्च शिक्षा के लिए गईं थीं, वहीं पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात चंद्रशेखर आज़ाद से हुई, शिकायत के अनुसार, जून 2021 से दोनों के बीच संवाद और रिश्ते की शुरुआत हुई, जो लगभग तीन साल चला।
शिकायत में रोहिणी ने आरोप लगाया है कि चंद्रशेखर ने खुद को अविवाहित बताकर उनसे विवाह का वादा किया, और इसी भरोसे पर उन्होंने उनके साथ व्यक्तिगत और राजनीतिक सहयोग किया, रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर ने कई बार भारत आने पर उन्हें होटल और अपने दिल्ली स्थित निवास पर बुलाया और उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए।
“उन्होंने मेरी सहमति के बिना मेरे साथ कई बार संबंध बनाए, जब मैंने इस रिश्ते से बाहर निकलने की बात की, तो उन्होंने आत्महत्या की धमकी दी और ‘बहुजन आंदोलन छोड़ने’ जैसी बातों से मानसिक दबाव बनाया,” — डॉ. रोहिणी
भावनात्मक शोषण और बदनामी का आरोप :
डॉ. रोहिणी ने लिखा कि उन्हें ‘रखैल’ जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया गया और सामाजिक बदनामी का सामना करना पड़ा, इस मानसिक दबाव में आकर उन्होंने दो बार आत्महत्या का प्रयास भी किया।
“मैं मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से पूरी तरह से टूट चुकी हूं, मैं चाहती हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो ताकि किसी और बेटी को यह सहना न पड़े।”

14 जून को चंद्रशेखर प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते वक्त कहा था, अब कोर्ट में ही बोलूंगा।
चंद्रशेखर की प्रतिक्रिया :
9 जून को सोशल मीडिया पर आरोप सामने आने के बाद, चंद्रशेखर ने 14 जून को झांसी में मीडिया से कहा :-
- “मेरी मां ने मुझे सिखाया है कि किसी भी महिला का अपमान न हो, वह कोर्ट जा रही हैं, मैं भी कोर्ट में ही जवाब दूंगा।”
- उन्होंने बयान में रोहिणी का नाम नहीं लिया।

कार्यक्रम में हंगामा : “रेप आरोपी को जेल भेजो” जैसे स्लोगन लिखे
कार्यक्रम में हंगामा :
रविवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में चंद्रशेखर के कार्यक्रम में हंगामा हो गया, 10 महिलाओं ने तख्तियां लेकर विरोध किया, जिन पर “रेप आरोपी को जेल भेजो” जैसे स्लोगन लिखे थे, आधे घंटे तक हंगामा चला, जिसके बाद आज़ाद समाज पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं और पुलिस ने मिलकर प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाला।

यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव
महिला आयोग की प्रतिक्रिया :
यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने कहा:
“यदि रोहिणी के आरोपों की जांच में पुष्टि होती है तो सांसद चंद्रशेखर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का गलत बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
इस मखमले ने न केवल राजनीतिक खेमे में हलचल मचाई है, बल्कि एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि समाज में दलित और महिला अधिकारों की रक्षा कितनी सशक्त है, अब पूरा मामला जांच और न्यायिक प्रक्रिया के दायरे में है, रोहिणी की आवाज़ ने देशभर में बहस को एक नई दिशा दे दी है।