
सिद्धार्थनगर में बारिश का अभाव, किसानों की बढ़ी चिंता, धान की रोपाई पर संकट :
सावन का महीना आधा गुजर चुका है, लेकिन सिद्धार्थनगर में अब तक सामान्य से काफी कम बारिश हुई है, आसमान में बादल तो छाए रहते हैं, मगर बरसात नहीं हो रही, उमस भरे मौसम और तेज हवाओं ने हालात को और मुश्किल बना दिया है।
किसानों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, धान की रोपाई ठप पड़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से हालात और भी गंभीर हैं, किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
स्थानीय किसान राम औतार, राम शबद और संतोष कुमार ने बताया कि आमतौर पर इस समय खेतों में पानी भरा होता है और रोपाई जोरों पर चलती है, लेकिन इस बार खेत सूखे पड़े हैं, स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है।
मौसम विभाग ने पहले हल्की बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन वह अनुमान गलत साबित हुआ, विशेषज्ञों का कहना है कि क्षेत्र में कम दबाव का कोई सक्रिय क्षेत्र नहीं है, जिस कारण वर्षा नहीं हो रही।
शहरवासी भी इस बदले मौसम से परेशान हैं, लगातार बिजली की कटौती, सामान्य से अधिक तापमान और बढ़ती उमस से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अगर जल्द ही बारिश नहीं हुई, तो फसलों की पैदावार पर गहरा असर पड़ सकता है, जिससे किसानों की आजीविका और स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों प्रभावित हो सकती हैं।