
निचलौल। थाना क्षेत्र के गिरहिया गांव की ग्राम प्रधान पूनम चौधरी ने 19 जुलाई को तहसील में आयोजित जिलास्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाए, उन्होंने बताया कि गांव की आबादी भूमि को लेखपाल ने दूसरे गांव के व्यक्ति के नाम घरौनी दर्ज कर दी है। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए थे, जिसमें लेखपाल की लापरवाही उजागर हो गई है। राजस्व टीम ने जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी है।
नायब तहसीलदार पियूष जायसवाल ने बताया कि ग्राम प्रधान पूनम चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि गिरहिया गांव स्थित आराजी संख्या 230 ख, रकबा 1.044 हेक्टेयर भूमि राजस्व अभिलेख में आबादी के नाम पर दर्ज है। बावजूद इसके लेखपाल संदीप मद्धेशिया ने इस भूमि पर करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित भारतखंड पकड़ी गांव के एक व्यक्ति के नाम घरौनी जारी कर दी।
शिकायत में यह भी आरोप था कि उक्त लेखपाल संदीप मद्धेशिया विगत पांच वर्षों से तहसील में तैनात हैं। मामले की जांच के लिए लेखपाल अनिल कुशवाहा के साथ राजस्व टीम ने स्थलीय निरीक्षण कर अभिलेखों की बारीकी से जांच की। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि आराजी संख्या 230 ख की भूमि वास्तव में आबादी के खाते में दर्ज है, लेकिन पोर्टल पर रमेश चंद व सुरेश कुमार मिश्र के नाम विवादित घरौनी दर्ज कर दी गई है।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों—अभिषेक, रामदेव, बुद्धू चौहान, रामचंद्र, रामधनी, अजय, अनिरुद्ध सहित कई बुजुर्गों ने पूछताछ में बताया कि रमेश चंद व सुरेश कुमार मिश्र कभी भी गिरहिया गांव के निवासी नहीं रहे हैं। उनके पूर्वज अथवा परिवार के अन्य सदस्य भी गांव में कभी नहीं बसे।
राजस्व टीम ने जांच के उपरांत अपनी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी है, जिस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।