
Smartphone Lock: फिंगरप्रिंट, फेस अनलॉक या पासकोड! कौन है सबसे भरोसेमंद सुरक्षा तरीका…?
आजकल स्मार्टफोन सिर्फ बातचीत या इंटरनेट ब्राउज़िंग के लिए नहीं, बल्कि हमारी निजी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, इसमें बैंक डिटेल्स, पर्सनल फोटोज़, ज़रूरी डॉक्युमेंट्स और चैट्स जैसी संवेदनशील जानकारियाँ स्टोर होती हैं, ऐसे में फोन को सुरक्षित रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है, सवाल ये है कि फोन लॉक करने के लिए कौन-सा तरीका सबसे सुरक्षित है फिंगरप्रिंट स्कैनर, फेस अनलॉक या पासकोड…?
फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तेज़ होती है और इस्तेमाल में आसान भी अधिकतर स्मार्टफोनों में यह सुविधा दी जाती है, और यह लगभग हर स्थिति में काम करता है, लेकिन अगर हाथ गंदे या गीले हों, तो फिंगरप्रिंट स्कैन सही से काम नहीं करता, कुछ बजट फोनों में सेंसर की सटीकता कम हो सकती है ।
फेस अनलॉक बिना छुए फोन अनलॉक करना संभव होता है-
यह तरीका खासकर कोविड से पहले काफी लोकप्रिय था, क्योंकि इसमें स्पर्श की जरूरत नहीं होती, कम रोशनी, मास्क पहनने या चश्मा लगाने पर यह फीचर सही से काम नहीं करता, कई बार चेहरे की सटीक पहचान नहीं हो पाती, अगर आपके फोन में 3D फेस स्कैनिंग (जैसे iPhone में) है, तो यह काफी भरोसेमंद होता है, लेकिन सिर्फ कैमरा बेस्ड 2D स्कैनिंग आसान धोखे का शिकार हो सकती है.
पासकोड या पिन सभी स्मार्टफोनों में मौजूद होता है और एक बुनियादी सुरक्षा तरीका है, इसकी सबसे बड़ी खासियत है – यह बायोमेट्रिक सिस्टम फेल हो जाए तब भी काम करता है, अगर किसी को आपका पासकोड पता चल गया या वो आपकी स्क्रीन पर नजर डाल ले, तो सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, अगर आप 6 अंकों का या अल्फान्यूमेरिक (अक्षर + संख्या) पासवर्ड चुनते हैं, तो यह सबसे मजबूत सुरक्षा देता है ।
अगर आप स्मार्टफोन की सुरक्षा को लेकर बिल्कुल भी समझौता नहीं करना चाहते, तो सिर्फ एक लॉकिंग सिस्टम पर निर्भर रहना ठीक नहीं, सबसे बेहतर होगा कि आप एक मजबूत पासकोड के साथ फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक को भी सक्रिय रखें, पासकोड को समय-समय पर बदलते रहें और ऐसा कोड चुनें जिसे आसानी से कोई अंदाज़ा न लगा सके ।