लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार, लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन में मान्यवर कांशीराम जी और श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर एक संगोष्ठी एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय था – “श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव और मान्यवर कांशीराम के सपनों का भारत एवं सामाजिक न्याय की परिकल्पना”।

संगोष्ठी का आयोजन छात्र प्रभात राज और अक्षत पाण्डेय ने किया, जबकि संचालन प्रेम प्रकाश ने संभाला।
मुख्य वक्ता हिंदी विभाग की प्रोफेसर रीता चौधरी ने कहा कि मान्यवर कांशीराम और श्रद्धेय नेताजी के सपनों का भारत सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक समानता पर आधारित है। प्रोफेसर सूरज बहादुर थापा ने उनके विचारों को वर्तमान संदर्भ में साम्प्रदायिक सौहार्द, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए आवश्यक बताया।
समाजवादी पार्टी महानगर के पूर्व अध्यक्ष श्री मुकेश शुक्ला ने नेताजी से जुड़ी यादें साझा करते हुए युवाओं से अपील की कि वे PDA आंदोलन से जुड़कर 2027 में समाजवादी सरकार बनाने में योगदान दें।
क्रिश्चियन कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और सपा राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री फ़खरूल हसन चाँद ने कहा कि नेताजी और कांशीराम ने हमेशा गांव, गरीब, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की। उन्होंने यह भी कहा कि 2027 में समाजवादी सरकार बनने पर छात्रसंघों पर लगे ताले हटाए जाएंगे।
समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महेंद्र कुमार यादव ने दोनों नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने कभी सांप्रदायिक ताकतों से समझौता नहीं किया और दलित, वंचित व शोषित समाज को राजनीतिक शक्ति के रूप में संगठित किया।
संगोष्ठी में मुख्य रूप से अखिलेश यादव, कैफ गाजीपुरी, अतुल शुक्ला, रेहान अहमद, अक्षय समाजवादी, तौकील गाजी, जीतू कश्यप, हरीश रावत, आयुष मिश्रा, मिथिलेश यादव, प्रसन्न शुक्ला, रुस्तम सिंह आदि ने संबोधन दिया।
कार्यक्रम में प्रमुख छात्र उपस्थित थे – सोनू कटियार, परमानंद यादव, उमाकृष्ण विद्यार्थी, मोहित पाल, मनीष यादव, अनुराग चौधरी, अर्पित, शैलेन्द्र, अमरजीत, अविनाश, उत्कर्ष, आदित्य सिंह, उज्जवल सिंह, उत्कर्ष पाल, नीतीश यादव, अखिलेश प्रताप।







