
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि दुनियाभर की नजरें अब भारत पर हैं, ताकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के लिए एक नया और सुरक्षित रेगुलेशन मॉडल तैयार किया जा सके।
एक मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि भारत “टेक्नो-लीगल अप्रोच” अपना रहा है, जिसमें टेक्नोलॉजी और कानून दोनों का संतुलन रखा जा रहा है, उन्होंने बताया कि AI सेफ्टी पर काम करने के लिए स्पेशल टीमें बनाई गई हैं, जो डीपफेक, बायस और गलत जानकारी हटाने जैसी तकनीकों पर काम कर रही हैं।
इस मॉडल की खास बात यह है कि यह देश के बड़े टैलेंट पूल का पूरा इस्तेमाल करने का मौका देता है और AI से जुड़ी समस्याओं के लिए समाधान विकसित करता है, मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार AI का इस्तेमाल हेल्थ केयर, एग्रीकल्चर, क्लाइमेट और एजुकेशन जैसे अहम सेक्टर्स में कर रही है और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर को-क्रिएशन पर भी फोकस है।
उन्होंने कहा कि भारत का AI मिशन तेजी से आगे बढ़ रहा है, और देश का लक्ष्य है कि वह दुनिया के टॉप 5 AI राष्ट्रों में शामिल रहे, चाहे वो क्षमताओं में हो, टैलेंट में हो या उपयोग के स्तर पर।